कोरोना काल की यदि त्रासदियों को भुला दिया जाए तो कई ऐसी नई विधाएं हमारी जिंदगी में शामिल हुईं जिनके बारे में शायद इसके पहले
यदि लगन सच्ची हो, निश्चय दृढ हो, तो मंज़िलें मिल ही जाती हैं। इन्हीं पंक्तियों को चरितार्थ करती कहानी है उज्जैन जिले के छोटे से
प्रस्तुति: महिमा वर्मा कोविड काल अपने साथ जीवन में अनेक ‘न्यू नॉर्मल’ लेकर आया,सबसे बड़ा बदलाव शिक्षा पद्धति में आया या कहें कि करना पड़ा