(रॉयल कृष्णा ( राऊ) में मनाया गया ..विशेष करवा चौथ)
आज के दिन सबने…
और खुद के लिए खुद को तैयार किया,,,,
अगर अनुभवो की बात करें,,, तो लगता है आज मैंने 33 करोड़ देवताओं को न केवल खुश किया उनसे बात की उनको गले लगाया,,,और असीम प्रेम तथा कुछ चुप सी अनकही भावनाओं को अपना सर सहलाते देखा,,,,
बस हतप्रभ,,,
देव बालाओं सी इनकी मासूमियत जिन्होंने सब सहा,,,, और गजब कि मान भी लिया इस कुत्सित विचार को कि कोई भी अच्छे कार्य में लोग हमें न देखें,,,,,अपने मन आत्मा और सेवा का ये पुरस्कार,,,
पर अब तो सब झूठ पता चल गए हैं,,,सब की प्रेमिल भावनाएं,,,नए रंग भर रही हैं और वो देखो चांद आज भी मुस्कुरा रहा है,,,कह रहा है…मैं आता तो रोज हूं तुम्हारी छत को आसमान पर लेकिन आज मेरा दिन सबसे खास है…लाखों निगाहें टकटकी लगाए देखेंगी मुझे..लेकिन तुम्हारे लिए मैं खास हूं..सोच रहा हूं मैं क्या बरसाऊं अमृत तुम लोग तो सब अपने आप में संजीवनी बूटी हो,,,,
आज का दिन गजब है..तुम्हारे लिए और मेरे लिए भी…।