श्रुति चौधरी —– स्वस्थ रहे मन स्वस्थ रहे तन रहे शुद्ध व्यवहार करे मन की शुद्धता का विचार है दशहरा खुशियों का त्यौहार ले प्रतिज्ञा अब साथ चले हम घर की बुराई को हर राख कर चले हम है दशहरा खुशियों का त्यौहार सुख समृद्धि का साथ हो हर जगह शांति का निवास हो आपस में द्वेष भावना का नाश हो मन में किसी के न कभी बढ़े अहंकार है दशहरा खुशियों का त्यौहार… सरस्वती मां का कर अभिनंदन फूलों से सजाए अपना आंगन द्वार पर हो एक नया बंदनवार लाए जीवन में सबके खुशियां अपार है दशहरा खुशियों का त्यौहार…