ऊषा नरेंद्र मंडलोई, धार  ,

सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं,

देखना हैं जोर कितन बाजू-ए-कातिल में हैं,

वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां,

हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में हैं.

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