मधु जोशी, वैभव नगर, इंदौर , चढ गये जो हंसकर सूली, खाई जिन्होने सीने पर गोली, हम उनको प्रणाम करते हैं, जो मिट गये देश पर,हम उनको सलाम करते हैं..!!