मुलाकात: मंजुला भूतड़ा,
“गणपति की शादी, चूहों द्वारा” थीम कई दिनों तक चर्चा में रही थी
कोई भी नयी कला विधा अर्चना को प्रेरित करती है तो वह उसे सीखने के लिए जी जान से जुट जाती है।उसे सीखने का माद्दा रखती है। घंटों अभ्यास करती है जब तक स्वयं को संतोष न हो जाए। अपनी कला निखारने में जुटी रहती है।
बचपन से ही ड्राइंग,पेंटिंग और आर्ट में रुचि रखने वाली अर्चना राठी इन्दौर के जाने- माने तकनीकी सलाहकार कैलाश भूतड़ा की बेटी हैं। अर्चना ने इन्दौर से एम ए अर्थशास्त्र और फ़ैशन डिजाइनिंग डिप्लोमा किया है। इन्दौर में डिजाइनर परिधानों की प्रदर्शनियों में भी सहभागी भी रही और स्वयं भी कई प्रदर्शनी लगा चुकी हैं।
शादी के बाद मुंबई में लगभग पिछले आठ वर्षों से स्वयं का कला व्यवसाय कर रही हैं। अर्चना “अर्चनाज् क्रिएटिव स्पेस” की संस्थापक और संचालक है। क्ले आर्ट,मांडला आर्ट, डॉट पेंटिंग, ग्लास बॉटल आर्ट, गुजरात का लिप्पन आर्ट आदि में विभिन्न कलाकृतियां बनाती हैं, और कला का प्रशिक्षण भी देती हैं।
परिवार में गणपति की भव्य स्थापना और दस दिवसीय उत्सवपूर्ण आयोजन की परम्परा वर्षों से है। अर्चना भी झांकी लगाने और सजावट के लिए अनेक कलाएं उपयोग करती और कुछ अलग ही करने के जुनून में प्रतिवर्ष कोई थीम आधारित गणपति और उनकी सजावट की नई नई परिकल्पना करती। इसी क्रम में एक बार तो “गणपति की शादी — चूहों द्वारा”,यह थीम रखी गई। सुनकर थोड़ा विचित्र लगा परन्तु जब विवाह संस्कार की सारी रस्मों से लेकर रिसेप्शन तक का वीडियो देखा तो विवाह की सारी रस्में चूहों ने निभाई और रिसेप्शन में भी चूहे ही मेहमान।सभी व्यंजन,चूहे और गणपति क्ले से बनाए गए थे, यह अप्रतिम नयनाभिराम दृश्य ही तो था, जिससे नजरें हटती नहीं। निश्चित ही श्रेय अर्चना को जाता है परन्तु जरिया बने माता- पिता तुल्य सास- ससुर भी प्रणम्य हैं। वे हर तरह सहयोग और उत्साहवर्धन कर प्रेरणा बनते हैं।उसकी व्यस्तता में हमेशा उसको स्वास्थ्य के प्रति सजग रखते हैं।
अर्चना की रुचि जब खूब परवान चढ़ी तो उसने सीखने के लिए क्लासेज भी जाइन की। स्वयं ऑनलाइन माध्यमों से आज भी सीख रही है। कोई भी नयी कला विधा अर्चना को प्रेरित करती है तो वह उसे सीखने के लिए जी जान से जुट जाती है।उसे सीखने का माद्दा रखती है। घंटों अभ्यास करती है जब तक स्वयं को संतोष न हो जाए। अपनी कला निखारने में जुटी रहती है।
अर्चना की बनाई खूबसूरत कलाकृतियां…
अर्चना की प्राथमिकता में परिवार पहले है। फिर जैसा समय मिलता है और जो आवश्यक और चलन में होता है उसके अनुसार मुंबई की आर्ट गैलरीज में प्रायः कलाकृतियों की प्रदर्शनी भी लगाती है। त्यौहारों के समय कलापूर्ण वस्तुओं की मांग बढ़ने से निश्चित ही व्यस्तता बहुत बढ़ जाती है। पति प्रकाश और बच्चे ध्रुव और ध्वनी भी खूब उत्साह से सहयोग करते हैं।
अर्चना की कला को विस्तार देने, सात समुन्दर पार तक पहुंचाने में अमेरिका में बसे भाई अभय और अजय भी उसे प्रेरित करते रहते हैं।
अर्चना का मानना है कि कार्य के प्रति समर्पण के साथ बच्चों और परिवार का साथ, सहयोग भी उतना ही जरूरी है। सबका साथ आत्मविश्वास और कार्य करने की ललक को और बढ़ा देता है और कठिन से कठिन कार्य भी सहजता से सफलता के साथ कर पाती है।
हमारी स्नेह शुभकामनाएं हैं कि अर्चना की अपनी संस्था और अर्चना की कला विश्व में दूर दूर तक फैले और खूब ख्याति प्राप्त हो ,जिसकी वह हकदार है।
संपर्क सूत्र – अर्चना राठी, मुंबई , मो.90043 87634
कलाकार अर्चना राठी की अन्य सुंदर कलाकृतियों को देखने के लिए फॉलो करें इंस्टाग्राम पर लिंक द्वारा…
https://instagram.com/archanas_creativespace?igshid=YmMyMTA2M2Y=
8 Comments