डॉ. प्रतिभा जैन
(होम्योपैथ डॉक्टर, लेखिका, अष्टमंगल मेडिटेशन शिक्षिका होने के साथ ही मन की थाह नाम से लोकप्रिय पॉडकास्ट भी करती हैं।)
सर्वोच्च गुणों से परिपूर्ण अहिल्या बाई जैसा बनें
बेबाक, बिंदास,तार्किक गुणों से परिपूर्ण, निर्भया , साथ ही साथ करुणामई, दूरदृष्टा, समाज सुधारक, पुरानी रुढ़ियों और बेड़ियों को तोड़ने वाली , एक ‘ मॉडर्न सोच ‘ का ज्वलंत उदाहरण है देवी अहिल्याबाई होल्कर । इसके साथ ही, अपनी संस्कृति तथा सुरीति का आदर और पालन करने वाली थी अहिल्या माँ ।
बीते कई सालों से महिला सशक्तिकरण की अंधी दौड़ में ‘ मॉडर्न वर्ल्ड ‘ की मॉडर्न सोच वाली मात्र एक शोपीस बनकर खुश होने वाली, तन उघाडू वस्त्र पहनने वाली, विपरित लिंग के समकक्ष खड़ी होने की अधीरता में नशा, अपशब्द , सिगरेट ,आदि व्यसनों का धुआँ उड़ाती कुछ महिलाएँ , दूसरी महिलाओं को भी चकाचोंध करने वाली दुनिया का कुतर्क देकर गर्त में डाल रही हैं ।मॉडर्न और सशक्त होने के फेर में पुरुष के साथ खड़े होने की बजाय उन्हें अपना बैरी समझ दोयम दर्जे का साबित करने में लगी हुई हैं । अपनी धरोहर और संस्कृति को आगे बढ़ाने में सहायक बनने की बजाय स्वयं कुसंस्कृतियों को जन्म दे रही हैं ।
आज के समय में हमें मॉडर्न सोच वाली अहिल्या बाई होलकर से बहुत कुछ सीखें ।उनके पदचिन्हों पर चलकर नित नई उड़ान भरें, जिससे स्वयं के घर ,समाज, प्रदेश एवं देश का नाम रोशन कर सकें । आक्रमणकर्ता द्वारा देश के विध्वंस मन्दिरों और धरोहरों को नई गरिमा प्रदान करने वाली अहिल्या बाई ,आपको शत् शत् नमन,वंदन.
2 Comments