mediapalten ओपन माइक की सदस्यों ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर व्यक्त की अपनी मन की भावनाएं …अपनी कला के माध्यम से…
विम्मी मनोज की कूची से गढ़ी स्त्री अपलक अपनी भावनाएं व्यक्त करने को आतुर..
तसनीम मकबूल सिद्दिकी की पेंटिंग में औरत को चेहरा दिखाने की जरूरत नहीं, उसके हाथों में पकड़ी बाल्टी, रस्सी और सिर पर रखा घड़ा उसके काम को बता रहा है…
प्रियंका वाजपेयी की कला शब्दों की मोहताज नहीं है…
सपना साहू के पेपर मेशी से बनाए गए गणेश भगवान अद्भुत हैं…
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