पूजा ठाकुर
लोग क्या कहेंगे यह डर दिखाया जाता है
नारी कभी हारती नहीं उसे हराया जाता है
ममता और बलिदान की मूरत है नारी
दो प्यार के शब्दों की भूखी है नारी
अगर आवेश में हो नारी तो नदियों का बैग है
तूफानों से तेज है
नहीं छोड़ती जो उसके विरुद्ध है
नारी की फितरत नहीं तबाही की वह तो चाहती है
जिंदगी में प्यार और खुशहाली
नाजुक है निर्मल है कोमल है
मोहब्बत ज्यादा नफरत कम है
इसलिए तो दबाया जाता है
लोग क्या कहेंगे यह डर दिखाया जाता है
नारी कभी हारती नहीं हराया जाता है
4 Comments