–आयुष मंत्रालय के सदस्य डॉ. उपाध्याय और सांसद शंकर लालवानी ने किया 26 राज्यों की 79 विभूतियों का सम्मान
– सम्मान के लिए 6 हजार लोगों के नाम आए थे
इंदौर।वर्ल्ड बुक ऑफ स्टार रिकार्ड एवं वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति विकास संस्था इंडिया द्वारा इन्दौर में ‘आत्मनिर्भर भारत’ राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजन किया गया। कार्यशाला में 28 श्रेणी में 26 राज्यों की 79 हस्तियों में साहित्य सेवा के अन्तर्गत मातृभाषा हिन्दी के प्रचार और अधिकृत राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलाने के लिए सतत कार्यरत हिन्दीभाषा डॉट कॉम को ‘राष्ट्र प्रेरणा अवार्ड-2020’ से सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि आयुष मंत्रालय (भारत सरकार) के सदस्य डॉ. दिनेश उपाध्याय थे। समारोह की अध्यक्षता भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी डॉ. महेश गुप्ता ने की। मध्यप्रदेश सरकार के आयुष मंत्रालय के उप-संचालक एवं लायसेंस प्राधिकारी डॉ. पी.सी. शर्मा और मुख्य अतिथि सांसद शंकर लालवानी सहित अतिथि अभिनेत्री जेरीना बरूआ(असम) ने हिन्दीभाषा डॉट कॉम के संस्थापक-सम्पादक अजय जैन ‘विकल्प’ को सम्मान पदक तथा प्रशस्ति-पत्र दिया।

अजय जैन के अनुसार सह-सम्पादक अर्चना जैन, और संयोजक सम्पादक डॉ. सोनाली नरगुन्दे की मेहनत व हिंदीभाषा डॉट कॉम द्वारा अनवरत यात्रा सहित,विद्यालयों एवं मंच पर स्पर्धा आदि से अब तक सैकड़ों लोगों ने अभियान को सराहा है। हिन्दीभाषा डॉट कॉम से हर राज्य के रचनाकार जुड़े हुए हैं। मंच के मार्गदर्शक डॉ.एम.एल.गुप्ता ‘आदित्य'(महाराष्ट्र) एवं सम्पादकीय मंडल ने भी इस उपलब्धि पर सभी रचनाशिल्पियों को बधाई दी है।
इस अवसर पर वाडिया ग्रुप एवं बाम्बे डाइंग मुम्बई के सीईओ डॉ. मिन्नी बाधनवाला की ओर से डॉ. अमजद खान पठान ने मंच से डॉ. पाल को सम्मानित किया। कार्यशाला में भारत सरकार के सदस्य डॉ. उपाध्याय एवं सांसद शंकर लालवानी ने अपने संबोधन में सभी से राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी निभाने का आग्रह किया।
आयोजक मंडल के कपिल राव ने बताया कि,देशभर से अवार्ड से सम्मानित किए जाने हेतु करीब 6 हजार लोगों के नाम आए थे। निर्णायक समिति ने इसमें से कुल 79 हस्तियों को उनके सेवा कार्यों के लिए चयनित करके सम्मानित किया। इसमें युवराज आनंदराव ठाकरे,साहित्यकार गोपाल चन्द्र मुखर्जी,किरण नगाकर, सोमा लहरी,फिल्म निर्देशक सुवेन्दु दास, पांचाली देव वर्मा (त्रिपुरा) आदि को भी सम्मान दिया गया। समारोह का संचालन हेमंत ठक्कर ने किया। आभार डॉ. एल.आर. श्रीवास्तव ने माना।
2 Comments